इश्क़ जैस जब साथ होते ह जागे सारी रात होते ह सपने तेरे आएंगे कैसे य जो काम हैं दिल क कर लेंगे आज हम मिल क तेरे हो जाएंगे ऐस बातें अधूरी सी, तुझसे हैं पूरी स कल थी फ़िज़ूल की जो अब है ज़रूरी स पहली बार ही लग रहा है ऐसा कुछ होने लगा है जो है इश्क या है वो इश्क़ जैसा कुछ मेरा जो तू हुआ तोह ही शुरू हुआ इश्क़ जैसा कुछ तेरी बाहों में हो मेरी जान हाँ मुझे इतना सुकून मिल अब कहीं जाना ना और कह दिल से दिल जो तेरे लग हाँ मेरा इश्क़ है सर से फिर हद में भी रह के है करना है क्य तू मेरी मैं तेरा हुआ दुनिया को लगे जो लगने दो बुर तेरा मेरा मिलना कहानी जैसा ह चलो बह जाए इश्क़ पानी जैसा ह मेरी नज़रों ने तेरी नज़रों स आधी कहीं और कुछ अधूरी सी बात रह गई बातें अधूरी सी, तुझसे हैं पूरी स कल थी फ़िज़ूल की जो अब है ज़रूरी स पहली बार ही लग रहा है ऐसा कुछ होने लगा है जो है इश्क या है वो इश्क़ जैसा कुछ मेरा जो तू हुआ तोह ही शुरू हुआ इश्क़ जैसा कुछ इश्क़ जैसा, जैसा, जैस जैसा, जैसा कुछ होने लगा है जो है इश्क या है वो इश्क़ जैसा कुछ मेरा जो तू हुआ तोह ही शुरू हुआ इश्क़ जैसा कुछ